रविवार, 28 जून 2015

दगाबाजी

काबर दगा मा डारे मोला,  अईसन का बात होगे?
काबर दगा मा राखे मोला,
अईसन का बात होगे?

सौहत रहे परान मोर तै, 
काबर बिसार देस मोला
मोर सपना ला टोर के,
तरसा डरे मोर चोला,

अब तो मोर बैरी, दिन अऊ रात होगे...
काबर दगा मा राखे मोला,
अईसन का बात होगे?

मया के रस्ता मा चलत रहेन हाथ मा हाथ मिलाके,
मोर ले पहली काबर चल देस,
पहली पाँव मड़ाके,

अब तो मोर दू नयना ले, आँसु के बरसात होगे..
काबर दगा मा डारे मोला,
अईसन का बात होगे?

मोर मन मस्तिक मा बसके,
संग रहे के सपना देखाऐ
फेर काबर दुनिया ला डरके,
मोर ले तैहा दूरिहाए.

कईसे दिन गुजारव मेहा, 
दूख पिरा मोर साथ होगे..
काबर दगा मा डारे मोला, अईसन का बात होगे?

बने लागिस जान के मोला
जी लेबे तैं मोर बिन,
मोर जिनगी के बुड़गे नैया
बल्कि अब तो तोर बिन,

मोर बिना तोर चैन से रहना,
बता कईसे असान होगे,
काबर दगा मा डारे मोला, अईसन का बात होगे?

          ✏श्रवण साहू (छत्तीसगढ़िया)

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