परिचय
- एक साहित्यकार की
कोनो मोला ताना मारथे
हव मैहा नशा मा रहिथंव,
कोनो नोहे मोर बैरी, फेर
सच बात ला कहिथंव,
भेदभाव नई हे मोर कना
छोटे बड़े सब ला चहिथंव,
झुठ मोला सुहावय नही
कपट ले दूरिहा रहिथंव,
जिनगी मा जऊन मिल जय
सुख दुःख सब सहिथंव,
मोर बड़े ग्यानि बिदवान के
रचना के गंगा मा नहिथंव,
सब बहत हे साहित्य गंगा मा
सब के संग महू बहिथंव,
सबे संसार मोर परिवार फेर
नानकुन कुटिया मा रहिथंव,
✏श्रवण साहू
गांव-बरगा बेमेतरा(छ.ग.)
मोबा. +918085104647
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