बुधवार, 8 जुलाई 2015

फूलो जैसा जीवन

💐फूल सा जीवन💐

नई सुबह नये कुंज मे,
एक माली का प्यार मिले!
एेसे हो नित नया सवेरा,
जीवन जैसा फूल खिले!!
जीवन के कर्तव्य पथ पर,
एक गुलाब तुम बन कर,
काँटो के बीच रहकर भी,
एक अलग पहचान मिले!!
बिखेर खुशबू रात रानी का,
हर दिन रात महक बिखेर,
दीन हीन को साथ मिले!!
पापों के किचड़ से बचके,
बनके कमल खिला करना,
मानवता का परिभाष मिले!!
मोगरा चम्पा चमेली बैजयन्ती,
बनके सदा महकते रहना,
तुमसे दुनिया को नव श्रृंगार मिले!!

       ✏श्रवण साहू
     गांव-बरगा बेमेतरा (बरगा)

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