बुधवार, 12 अगस्त 2015

कुंडलियॉ

           ।।। कुण्डलियाॅ ।।।
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तिरंगा हमर शान गा, आय भारत के मान।
तीन रंग के झंडा हा,हिंदु के हरय अभिमान।
हिंदु के हरय अभिमान,सब कोई गुन गावै।
सुनाय भक्ति के गीत,मुसलमां घलो भावै।
कह'श्रवण कुमार साहु',फूल गिरे रंग बिरंगा।
सब झन टेकय माथा,जय होवै तोर तिरंगा।
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रचना-श्रवण साहू
गांव- बरगा, थानखम्हरिया

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